मुहब्बत के बगैर ग़ज़ल कौन कहता
कीचड़ के फूल को कमल कौन कहता
ये तो अहसास – ए – मोहब्बत है वरना
दीवार-ए-पत्थर को ताजमहल कौन कहता
मुहब्बत के बगैर ग़ज़ल कौन कहता
कीचड़ के फूल को कमल कौन कहता
ये तो अहसास – ए – मोहब्बत है वरना
दीवार-ए-पत्थर को ताजमहल कौन कहता
Anoop Kumar Mayank |Student | Poet | Writer | Indergarh | Datia | Madhyapradesh