मै मजदूर हूँ , मैं मजदूरी कर के खाता हूँ
मेहनत करके दो वक्त की रोटी कमाता हूँ।
छोटी सी टूटी- फूटी झोंपड़े मे रहकर गुजर बसर करता हूँ।
फट्टे-पुराने या उतरन पहनकर तन ढकता हूँ।
मै मजदूर हूँ, मै मजदूरी करके खाता हूँ,,,,,,,,
मुझे अपनी जिम्मेदारियों का अहसास है
  इसलिए जी तोड़ मेहनत करता हूँ।
अपने बच्चों को अच्छी परवरिश और उच्च शिक्षा देने के लिए अपनी पीड़ा को अनदेखा करता हूँ।
मै मजदूर हूँ ; मै मजदूरी करके खाता हूँ,,,,
जीवन में कर्म प्रधान है  
जो नव निर्माण करता हैं
नहीं डरता हूँ; मैं आँधी तूफानों से
अपनें बाजुओं पर भरोसा करता हूँ
मुश्किलों से भरी राह  हैं मेरी
 बिना घबराए; खुद अपनी राह  बनाता हूँ।
मै मजदूर हूँ ; मैं मजदूरी करके खाता हूँ,,,,,,,,,,
मै मेहनतकश इंँसान हूँ
अपनी मेहनत पर नाज करता हूँ
अपनी मेहनत से ही बढना और 
अपने परिवार के उज्जवल भविष्य के लिए
मैं हर दिन मजदूरी करने निकल पड़ता हूँ।
मै मजदूर हूँ; मै मजदूरी करके खाता हूँ।,,,,,,,
शिल्पा मोदी✍️✍️
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