कहते है मसाने की होली, शिव की होली ,
जिसे शिव भी खेलते है,
अद्भुत है ये , चिता भस्म के साथ खेलते है ये होली,
नाथों के नाथ खेले , प्रेतों के साथ खेले
राख से खेले, भभूत से खेले
धुल और मिट्टी से खेले होली,
खाये धतूरा पीके भांग,
हो जाए सब शिव गण मग्न,
सब झूमे नाचे डम डम डमरू बाजे,
भूत प्रेत संग पूरा शिव परिवार नाचे,
खेले ऐसे मसाने मे होली
प्रिती उपाध्याय@