तेरे जाने के बाद भी,
खुशबू तेरी रह जाती है,
सिमट सिमट कर सांसों में,
बीती कहानी कह जाती है।
रोम रोम सा निखर उठता है,
काया मोम बन ढह जाती है,
तेरे संग जाती हैं हसरतें मेरी,
आंखे कहानी सब कह जाती हैं।
कहने वाले क्या क्या ना कहते,
बातें हवा सी बन बह जाती हैं,
मीरा सी बनी अडिग वही पर,
हर बात को फिर सह जाती है।
पूजा पीहू