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अहसास से भरे ज़िन्दगी को वीरान करके
वो चला गया हरजाई मुझे यूँ तन्हा करके
चाह कर भी नहीं उठ पाती टूटी हूँ इस तरह
बेवफा गया इस मेरे प्यार को बदनाम करके
कैसा ये सितम है इस दिल का भी मेरा
ये भी नहीं की उससे एक पल भी नफ़रत कर ले
अब भी धड़कता है उसके नाम से ही धड़कन मेरा
वो गया है कुछ इस तरह मुझे मुझसे ही जुदा करके
साँसे हर पल उसके खुशियों की दुवाएँ करती रही
वो जाते जाते इस कदर न छोड़ा की होंठ मुस्कुरा सके
जाने कहाँ से सिखा था उसने यूँ दगाबाज़ी इश्क़ की
जो खुद के साथ वो चला गया मुझे भी बर्बाद करके
वो बहुत ख़ुश है अपने नयी दुनिया मे गैरों ने बताया मुझे
लेकिन मुझे पता है वो भी रोता होगा मुझे रुला करके
जो कभी मेरी उदासी से भी घबरा उठता था दिल उसका
वो भला क्या ख़ुश रह पायेगा मुझे इस तरह अधूरा करके
क्या सवाल करते हो ए मौसम बहार की मेरी हालातो पर
आज उजड़ी है चमन मेरा फिर भी नहीं कोई शिकायते
वो कहता था अफ़सोस नहीं होता किसी बात का कभी
एक दिन वो जरूर पछतायेगा नैना को यूँ तबाह करके…!!
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नैना…. ✍️✍️