नया रूप बदलकर फिर आया है कोरोना।
अल्फा व डेल्टा बाद ओमिक्रोम कोरोना।
कितना है सताया इसने ये शैतान कोरोना।
कितने जीवन निगल गया बेरहम कोरोना।
देखो तो फिर नया रूप ले कर है ये आया।
ओमिक्रोन से हुई एक मौत ब्रिटेन में पाया।
दुनिया के देशों में इससे बढ़ रहा प्रकोप है।
अभीतक इकहत्तर देशों में फैला प्रकोप है।
देश भी अपना नहीं अछूता ओमिक्रोन से।
भारत में मिले 61 इफेक्टेड ओमिक्रोन से।
कोविड-19 है पाए कहने को ये उन्नीस में।
रूप बदलता टहले ये पहुँचा है इक्कीस में।
भारत में हर रहने वाले सतर्क इससे रहना।
कोविड की वैक्सीन जरूरी लगाके रहना।
कुछतो अवश्य सुरक्षा होगी इस बीमारी से।
ओमिक्रोन वायरस ये बड़ी एक बीमारी से।
कोविशील्ड स्पुतनिक फाइजर कोवैक्सीन।
मॉडर्ना जायडस कैडिला कोई भी वैक्सीन।
पड़े जरूरत बूस्टर डोज की तो बनवाना है।
निज-परिवार सुरक्षा में यह भी लगवाना है।
ऐसे लगता है हमको ये जल्दी नहीं जाना है।
किन्तु देश से इस कोविड-19को भगाना है।
इसी लिए कमर कसें यह वैक्सीन लगवाना।
वैक्सीन की दोनों डोजें जरूर ही लगवाना।
सामाजिक दूरी भी अब पुनः बनाए रखिये।
भीड़ में न जाएं यदिहैं मास्क लगाए रखिए।
हाथों के साथ-2 आसपास में सफाई रक्खें।
सोप सैनिटाइजर भी होसके तो साथ रक्खें।
रचयिता :
डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.