कोई कैसे किसी से इतना प्यार कर सकता है,
कैसे किसी पर कोई अपनी जिंदगी निसार कर सकता है!
कहने को तो बहुत शान्त है वो,पर समंदर प्यार का हदय मे बसा रखता है,
चाहे लाख रूठ ले अपने यार से वो,पर उस यार के लिए वो किस तरह सारी दुनिया से लड सकता है!
दिल की गहराईयो से चाहना क्या होता है,सिर्फ दो शबदो मे समझा सकता है,
भुला कर मतलबी दुनिया को सारी,बिता दूं उसके साथ उम्र सारी, विश्वास इतना वो हमेशा दिया करता है!
मुझे फूलो की सेज पर सुलाने के लिए, वो कांटो पर उम्र सारी बिता सकता है,
मै अमानत हूं उसकी, ये कहकर वो मुझे मौत से भी बचाकर ला सकता है!
कोई कैसे किसी से इतना प्यार कर सकता है!
श्वेता अरोडा