यहाँ वक्त बदलता है हालात बदलते है
जहाँ बदल जाता है जज्बात, तो इंसान बदलते है
भला कौन यहाँ जीवन भर साथ निभाता है
बस कुछ कदम साथ चलकर, लोग राह बदलते है
कुछ ऐसी तो रीत है यहाँ इस जीवन की
अगर बदल जाती है रात, तो दिन बदल जाते हैं
यह जीवन भी तो बस नजरों का धोखा है
यहाँ देखते ही देखते अपने परायो में बदल जाते हैं
अक्सर यूँ ही लोग खुद में उलझे रह जाते है
एक पल में यहाँ न जाने, कितने सवाल बदल जाते हैं
कभी बदलता है वक्त, तो कभी हालात बदलते है
हम चाहें न चाहे राही, हम खुद भी बदल जातें हैं
रंजना झा