आज कल की भाग दौड़ की जिंदगी में सबकुछ है लोगों के पास बस एक ही चीज नहीं है वो है वक्त।
अगर हम फोन पर चैट कर रहे होते हैं तो हम शब्दों को छोटा करने की सोचते हैं।और आज कल की युवा पीढ़ी इसमें माहिर भी है ।
कभी कभी हम किसी भाव को शब्दों में नहीं व्यक्त कर पाते उसके लिए हमें लगता था कि शायद ऐसा कोई प्रतीकात्मक चिह्न हो जिससे हम अपनी भावना दूसरे के सामने व्यक्त कर सकें।
इसी जरूरत को ध्यान में रखते सर्व प्रथम इसका आविष्कार और प्रयोग जापान में शुरू हुआ।
शिगारेटा कुरिता ने इसका प्रयोग और आविष्कार किया।
डिजिटल जगत में इस उपलब्धि ने धूम मचा दी।
इमोजी दो शब्दों के मेल से बना है ई का मतलब जापानी भाषा में फोटो या पिक्चर और मोजी का मतलब कैरेक्टर या चरित्र अर्थात इसे फोटो संदेश से पुकारा जाता है।
इमोजिपीडिया एक लोकप्रिय ऑनलाइन वेबसाइट है जो इन इमोजी प्रतीकों ,उनके डिजाइन के अनुरूप सॉफ्टवेयर में रजिस्टर करता है ,इस वेबसाइट के संस्थापक जेरेमी बर्ज हैं।
इसकी लोकप्रियता को देखते 17 जुलाई को विश्व इमोजी दिवस मनाया जाता है।
वर्तमान समय में दुनिया में हजारों संख्या में इमोजी मौजूद हैं,और सभी का अलग अलग अर्थ है।
सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला इमोजी हंसते हंसते आंसू बहाने वाले का किया जाता जय है।😂
😍 इस इमोजी का प्रयोग प्रेम को दर्शाने के लिए ज्यादातर किया जाता है।
इमोजी पर आधारित 2017 में एक बहु अभिव्यक्ति वाली फिल्म भी आ चुकी है।
एक वाक्य में कहा जाए तो सोशल मीडिया बिना इमोजी के अब अधूरा है।अपनी हर भावना को आप सेकेंड में सामने वाले को पहुंचा सकते हैं।