नया वैरिएंट ‘ओमिक्रोन’ कोरोना का आया।
विश्व के कितने देशों में तो कोहराम मचाया।
ट्रेस हुएहैं भारत में भी कई राज्यों में हैं केश।
फ्लाइट से आए हैं यह यात्री लेकर वह देश।
जिनोम सीक्वेंसिंग से पता कर रहे जोर से।
कहाँ-2 वह रहे,मिले हैं,बढ़े केश न जोर से।
कोरोना डेल्टा वैरिएंट ने कैसा कहर ढाया।
वेव दूसरी आई भारत में ऐसा कहर ढाया।
कितने लोगों ने जानें अपनी ऐसे में गंवाया।
अभी-2 संभले थे यारों कैसा समय आया।
अभी ये झेल रहे कोरोना की वैक्सीनें आईं।
लगी देश मे भी और विदेशों में भी पहुँचाईं।
भारत अब नहीं रहा अछूता ओमिक्रोन से।
रहें सदा हमसब बच के इस ओमिक्रोन से।
बचे हुए सबलोग लगवाएं वैक्सीन दो डोज।
पड़े जरूरत तो लगवाएं इसकी बूस्टर डोज।
यही एक हल मात्र है थोड़ा इससे बचने का।
मास्क लगाकर ही रहना होगा तो बचने का।
लापरवाही बहुत होरही है भूल गए हो कष्ट।
डेल्टा से ओमिक्रोन में होगा पाँच गुना कष्ट।
संभल जाएं अभी से भइया बनाएं फिर दूरी।
सोशल डिस्टेंसिंग हो आनेजाने की मजबूरी।
मास्क केवल मास्क ही इसकी है यही दवाई।
खुद भी लगाएं परिवार भी करे नहीं ढिलाई।
चुनाव फिर आया है भइया रहना हमें सतर्क।
कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें रहें सतर्क।
कोरोना वारियर्स अपनी दे रहे हैं पूरी सेवाएं।
उनका सम्मान करें सकना पूरा लाभ उठाएं।
डरें नहीं पर बहुत बहादुर भी नहीं है बनना।
अगर हो सके तो मानों भइया मेरा है कहना।
रचयिता :
डॉ.विनय कुमार श्रीवास्तव
वरिष्ठ प्रवक्ता-पी बी कालेज,प्रतापगढ़सिटी,उ.प्र.