अपने भक्तों की सुनं ले पुकार ओ शेरोंवाली,
कालयुग में ले ले अवतार ओ महारानी।
सबके दुःख, दर्द तु ही है हारने वाली,
भटक रहे हैं राह तु ही है दिखाने वाली,
अपने भक्तों की सुनं ले पुकार ओ शेरोंवाली,
कालयुग में ले ले अवतार ओ महारानी।
तेरी कृपा से फुले ये दुनिया सारी,
सबकी करती है मन्नत तु ही पुरी।
तु है सबके जीवन को संवारने वाली,
अपने भक्तों की सुनं ले पुकार ओ शेरोंवाली,
कालयुग में ले ले अवतार ओ महारानी।
बड़ रहें हैं अत्याचार नारीयों पर ओ भवानी,
अब नहीं सुरक्षित यहां कोई नारी।
तुने किया राक्षसों का विनाश ओ शेरोंवाली,
हमारी भी लाज बचाने आ जाओ ओ शेरोंवाली,
अपने भक्तों की सुनं ले पुकार ओ शेरोंवाली,
कालयुग में ले ले अवतार ओ महारानी।।
स्वरचित मौलिक
कुमारी गुड़िया गौतम (जलगांव) महाराष्ट्र