काल्पनिक✍️….
🌻🌻🌻🌻🌻
बहुत पुराने समय की बात है बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व पार्क के दूसरी छोड़ पर पटना कॉलेज के कुछ के कुछ स्टूडेंट्स (समीर , माधवी, राधा , पूर्वी , मोहित और एक बाबा मनीष)अपने कॉलेज की (विदाई) समाप्ति के विशेष तौर पर पिकनिक मनाने आए थे । जिसमें बहुत सारे गर्ल्स बॉयज और प्रेमी प्रेमिका😍 की जोड़े भी थे । सभी अपने मोटरसाइकिल से हंसते खेलते उस जंगल की ओर तेज रफ्तार में बढ़ते चले जा रहे थे । पार्क नज़दीक आते ही उन्हें रोड के किनारे बहुत दूर तक एक बहुत पुरानी हवेली दिखाई पड़ी 🥰🏚️, तो उनलोगो ने सोचा क्यों नहीं आज की रात हम एक दूजे के साथ यही बिताया जाय ।
सभी मंडली दिनभर अपनी पिकनिक के जितनी भी मजे उड़ानी थी दिनभर उड़ा लिए😊, पूर्वी ने बिल्ली बनकर अठखेलियां खेली तो समीर ने शेर बनकर सबको दौड़ाया😜, कभी मोहित भालू तो माधवी डायन😱 … और बाबा मनीष का तो काम ही है सबकी झाड़ फूंक कर सबकी भूत उतारना😜 ।
” लो बाबा हम आए थे जंगल की आखेट करने की बाघ, भालू हिरन आदि की दीदार करेंगे लेकिन यहां सब खुद ही बन बैठे😀, ताने मारते और हंसते हुए राधा ने मनीष से कहा ।
शाम ढल चुके थे अब राधा ने योजना बनाई कि तुमलोगों को जितनी शरारत करनी थी कर ली , अब हमारी सुनो भूख लगी है हमलोग साथ में नाश्ता 😋😋करते फिर अंतराक्षरी खेलेंगे 😍 ( राधा की माइंड :–पता नहीं कब सुधरेंगे ये चारो ) । एक तरफ खाने की बंदोबस्ती हुई तो दूसरी तरफ मनीष और राधा ने ये ऐलान कर दिया हम खाने के बाद कुछ ही देर रुकेंगे फिर सब शहर जाकर होटल में ठहरेंगे 😊। लेकिन, कहते हैं न कि अकेला आदमी भाड़ नहीं फोड़ता 🙄…. बस मनीष और राधा को छोड़ सभी ने हवेली में ही अपनी शुभ रात्रि बिताना जरूरी समझा 🙄🏚️। बस कुछ ही समय बाद हवेली से कुछ मधुर संगीत की आवाज सुनाई दी (पायल की झंकार के साथ)….. ।
लेकिन बाबा तो बाबा ही निकले बिलकुल🙄😀, उन्होंने कहा सुन रहे हो इस हवेली में जरूर डायन😱 का वास है ।
मैंने बाइक से जाते समय ही इसकी अबो हवा से अहसास हुई जब एक काली चमकीली आंखों वाली बिल्ली🙀 की खिड़की पर बैठी थी और जब मैने पीछे मुड़कर देखा तो गायब थी और सारे जानवर उड़ रहे थे….।
अरे यार, ” ये देखो हमारे यहां आए 4 घंटे भी नहीं हुए कि बाबा की हवा निकल गई 🙄 । अब देखो बाबा हम लोग तुम्हारी तरह सिंगल नही और राधा तुम तुम्हें मनीष के साथ जाना है तो चली जाओ वैसे भी यहां सिंगल का क्या काम , समीर ने हंसते हुए बोला ।
जिससे सभी हंस पड़े😀😀…।
राधा मनीष को अच्छी तरह से जानती थी भले एक दूजे में कोई फीलिंग्स नही थी लेकिन उनकी भावनाओं का हमेशा कद्र करती । इसी उल्लास के बीच फिर हवेली से एक स्त्री की चीखने चिल्लाने की आवाज आई 😱। फिर पूर्वी ने कहा ये कोई जानवर की आवाज है ।
सारे लोग चल पड़े हवेली की ओर …, तब तक राधा ने गूगल पर सारी इनफॉर्मेशन हवेली की ले ली ।
और सभी को हिदायत दी कि सब संभल कर एक दूसरे की ढांढस बनाए रखना 😊। क्योंकि वो हवेली सैकड़ों साल पहले एक राजा की थी जिसने अपनी सुल्ताना बेग से निकाह कर प्रेम में इतने मशगूल हो गए की अपनी पहली पत्नी गौरी को सुलताना बेग की दासी बना दिया 🥲। अपनी पति की प्रेम से दूर गौरी फिर भी अपनी यातनाएं सहते हुए प्रभु की भजन में व्यस्त रहने लगी और हद तो तब हुई जब राजा ने उसकी हत्या अपने शयन कक्ष में ही गला घोंट दिया 😳। तब से कहते हैं कि वो अपना बदला लेने रोज रात को इस हवेली में आने को जिंदा जाने nhi देती 😱…।
“अरे यार राधा, ये क्या तुम भी गूगल की दुनियां में खो गई जरा सोचो कि उसके मारे सैकड़ों साल हो गए तो ये सब रहने दो अपनी जुबान अपने पास, पूर्वी ने ड्रामा भरी मिजाज में कहा ।
हवेली के गेट के बाहर सभी को वही बिल्ली खून 🧟♀️से लत पथ मरी हुई मिली जो बाबा ने खिड़की पर बिठा देखा था ।
जगह पूरी तरह वीरान थी और बाबा के हाथ में मशाल जो ये कह रहा है कि एक यही है जो इस वीरान हवेली से पार लगाएगा 🙏। रात गहरी होती गई और जानवरों की एक अलग दहाड़ शोर और इसी बीच उस वीरान सी हवेली से आवाज सुनाई दे रही है पायलों🌟 की झंकार के साथ…..
मेरे ढोलना सुन, मेरे प्यार की धुन…..,
मेरे ढोलना सुन…,
मेरी चाहते … तो फीजा में बहेगी …,
जिंदा रहेगी …, होके फना…,
इतना सुनते ही सबने बाबा को और राधा को घूरना शुरू किया इतने में ही एक छोटी सी खिड़की से लाइट दिखनी लगी 🌟🌟😱। मनीष बाबा ने सभी को चौकन्ना रहने को कहा और बचपन में जब वो गुरुकुल में था तो अपनी गुरु जी की सिद्ध की हुई अंगूठी और ताबीज सबको दिखाया और कहा अब तो विश्वाश करो कि ये बाबा सिर्फ कहने के लिए बाबा नहीं है इसके अन्दर 🙏💪कुछ है गुरु जी दी हुई चमत्कारिक ताकत🥰।
मनीष ने झट से अपनी पोटली से 5 ओर ताबीज निकाली जो हमेशा से रखता आया है , उसे मंत्र पढ़कर सिद्ध किए और सबके गले में लटका दिया 🥰।
“इससे तो एक बात साफ थी कि जब तक सभी बाहर है अब सुरक्षित हैं लेकिन अंदर जाने पर मै किसी का कुछ भी नहीं कर सकता आगे तुमलोगाें की इच्छा मैं तो चला , मनीष ने सख्त लहजे में कहा ।
इसी बीच फिर हवेली से एक फिर कडाहने और चिल्लाने की आवाज आई 😱😱। माधव ने कहा मुझे मदद करनी चाहिए जरूर कोई अन्दर है जिसके साथ गलत हो रहा ।
लेकिन इस बार मोहित आगे बढ़ा और दरवाजा खोलने ही वाला होता है कि फिर वो घुंघरू की मधुर आवाज
जैसे कोई उसे बुला रहा हो….।
तना न न तुम ,
तना न न तुम , तना न न तुम….,
ता ता तना न न तुम
मेरे ढोलना 😱…सुन,
मेरे प्यार की धुन…,
तुरंत पूर्वी मतलब मोहित की प्रेमिका उसे हाथ पकड़ कर अपने तरफ खींच लेती और अपने बाहों मे समेटकर कहती तुम्हें मुझसे ज्यादा क्या उस डायन से प्रेम हो गई 😜🙄🙄🙄। लेकिन मोहित को हो क्या गया जैसे कोई साए की तरह डस गया हो उसे वो अंदर जाने के आलावे कुछ सोच ही नहीं रहा था आंखें भी लाल हो चुके थे 😱।
खैर उसे पूर्वी ने संभाल लिया अपनी बाहों में समेटकर और इधर सभी बाहर से ही खिड़की से झांक कर देख रहे थे कि अन्दर क्या गुल खिल रहा😳।
एक सुंदर सी स्त्री पैरो में घुंघरूं कमर में झुमका लिए खूब पलट पलट कर नाच रही और रो भी रही😭…, कभी अदृश्य हो जाती तो कभी डायन बनकर खूब चिल्लाती चीखती 🧟♀️।
ये सब देख चारो की आंखे खुली की खुली रह गई ये ” वीरान सी हवेली” का राज । वो दर दर भटक रही थी गा रही थी इतनी ही देर में वो उन चारों को देखती सब छिप गए और मनीष की गुरु जी के दिए सिद्धि मंत्र के साथ ही साथ गायत्री मंत्र का उच्चारण सभी ने करना शुरू कर दिया ।
और वो डायन भी पीछे पीछे ये सोच कर आ रही थी कि ये लोग अपनी मंत्र जपना बंद करे और मैं एक एक करके सबको डंस लू …, लेकिन असफल रही 🙄। बाबा के मंत्र से वो अपनी वीरान हवेली में धकेलती चली गई ।
बाबा ने मिट्टी उठाकर मंत्र पढ़ा और फुक मारी जिससे वो अदृश्य हो गई और थोड़ी देर बाद सभी एक शहर पहुंच गए ।
होटल में ठहरकर राहत की सांस ली और घटना और मंत्र के बारे में सभी लोगों से शेयर की ।
और फिर दूसरे दिन बाबा और उनके गुरु दोनो उस हवेली के पास गए फिर अपनी तांत्रिक सिद्धियों से उस वीरान सी हवेली में रह रही डायन को मुक्ति दिलाया और उसे सदा के लिए उस “वीरान सी हवेली ” को रोग मुक्त कर दिया….।
समाप्त….🙏!
जी शुक्रिया 🙏🙏🙏अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए
उपर लिखी कहानी एक काल्पनिक है ✍️✍️✍️✍️…..
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
मनीष कुमार 💘