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कहते है की वक़्त के साथ दुनिया बदल रहा है
ये भी सच है समय के साथ इंसान की सोच भी बदल रहा है
कभी था ज़माना कागज़ व कलम की हमारे ज़िन्दगी मे
अब हर किसी के उंगलियों तले कीबोर्ड की बटन क्लिक होता रहता है
बढ़ने लगे है लोग तेज़ी से ज़िन्दगी मे बहुत आगे
स्कूल व कॉलेज के बदले ऑनलाइन है पढ़ाई कराते
शॉपिंग हो या ऑफिस का काम सब लैपटॉप है कर देता
अब इंसान नहीं दुनिया मे इंटरनेट बिज़नेस चला रहा है
बड़े, बूढ़े हो या स्याना और चाहे छोटा बच्चा ही क्यूँ न हो
सबका दिनचर्या आजकल सोशल मिडिया बनते जारहे है
अब कहाँ मिलते है दोस्त कोई किसी चाय की दुकान या पार्क मे
अब तो मोबाइल से ऑनलाइन ही हर रिश्ते निभाये जारहे है
अब किसी को भी सुबह चाय के साथ अख़बार का इंतजार नहीं होती है
बिस्तर पर आँख खुलते ही सबसे पहला काम मोबाइल चेक होती है
जान लेते है पल भर मे देश दुनिया की खबरे मोबाइल पर ही
इंसानों से ज्यादा मोबाइल व लैपटॉप से याराना निभाया जारहा है 
खत का ज़माना गुज़रा अब दिन रात ऑनलाइन चैटिंग होती है
कितना भी दूर देश गया हो कोई अपना वीडियो कॉलिंग पर मुलाक़ात होजाती है
भरते है उड़ान अलग अलग प्रतिभाओ का हम मोबाइल पर ही
हर किसी को आजकल नए नए वजह जीने की मिल रहा है
जाने कैसा जादू चला है इंसान पर इस मोबाइल फ़ोन के 
बढ़ रहा रफ़्तार से इसका कहर हर जीवन के भविष्य मे
फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प, मेस्सेंजर,इंस्टाग्राम आदि..
हर एक ज़िन्दगी मे सोशल मिडिया ही सबसे खास बन रहा है
माना बहुत से लोगो को मिला घर पर ही दुनिया जहाँ इसमें
अपनी कलाओ का प्रदशन करने की जरिया ये सोशल मिडिया बने
दूर देश मे बैठे बैठे लोग बड़ा रहे काम काज अपने जीवन मे
दुनिया के कोने कोने मे बसे लोगो से बहुत खास रिश्ते जुड़ रहा है
अब कोई नहीं जाता देखने मैच देखने खेल के मैदानो मे
फुटबॉल,किरकेट, टेनिस की जगह दिल लगता है कैंडी क्रश व लूडो मे
भूलने लगे है लोग वेद पुराण से साहित्य की जानकारी लेना
आजकल गर मन मे सवाल उठता भी है तो
एक क्लिक से ही गूगल बाबा हर जवाब देने लगे है 
इन सबसे अलग बहुत खामियाजा भी भुगतान पढ़ रहा है
क्यूँ भूल रहे लन्स की असर हमारे आँख व दिमाग़ पर पढ़ता है
बड़ो की बात अलग है सबसे ज्यादा असर बच्चो पर है पढ़ता
जाने क्यूँ हम सब से इतना बड़ा नज़रअंदाज़ होते जारहा है
हर एक मासूम ज़िन्दगी पर इसका बहुत बुरा असर जो पढ़ने लगा है 
पहले लोग शौख से चश्मा पहनते थे आज मज़बूरी बन गया है
ज़ब से आदत बना मोबाइल ज़िन्दगी मे मानसिक तनाव भी होने लगे है 
बड़ो की बात अलग यहाँ बच्चो के आँखों पर भी चश्मा चढ़ने लगा है
अभी भी हालत कुछ ज्यादा नहीं बिगड़ा है सम्भल जाए
खास कर मासूम बच्चो के ज़िन्दगी से ये सब दूर की जाए
आज के थोड़ी सी नज़रअंदाज़ कल बहुत भयानक अंजाम न दें दें
कल तो बीत गया चलो हम आने वाले भविष्य को हम मिलकर सुधारते है
अपनों के साथ बिताते है कुछ पल नैना मोबाइल से कुछ दुरी बनाते है….!!
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नैना…. ✍️✍️
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