सुबह की 7 बज रहे है। और साइड की टेबल पर रखा अलार्म बार बार बजने पर भी कोई असर नहीं होरहा है। सर से पाव तक कंबल ताने हुए जैसे घोड़े बेच कर सोरही हो…।रसोई घर से आधे घंटे से कुसुम की बार बार आवाज़ देने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ तो हाथ मे बेलन लिए ही बुदबूदाती हुई एक रूम की ओर चल दी। उस रूम की अंदर आते ही चौक सी गयी 😳। रूम की हालात देख कर कुसुम अपना सर 🙆‍♀️पकड़ लिया। और खुद से ही बोली। हे भगवान क्या होगा इस लड़की का 🙆‍♀️जाने कब सुधरेगी ये… 🤦‍♀️
    फिर बेड पे घूरते हुए मुश्कान… कब उठेगी तू…?फिर भी कोई असर न देख कर कंबल पूरा खींच दिया। तो एक छोटी बच्ची की तरह सिमटी हुई मुश्कान अपनी आँख मिसते हुए बड़े ☹️मासूमियत से बोली..
मुश्कान-क्या दिदु इतना जल्दी क्यूँ उठा दिया 🙁
कुसुम -जल्दी….? तो ऐसा कर मेरी बहन एक बार घड़ी देख ले। तब पता चलेगा की जल्दी है या लेट.।
मुश्कान -दांत दिखाते हुए 😁😁दी आप ही बतादो न। 😁
कुसुम – 8 बजने वाले है।8 शब्द सुनना हुआ ही की वो बेड पर ही खड़ी होगयी चिलाते हुए। जिससे कुसुम अपना कान मे उंगली पहले से डाल रखी थीं…
मुश्कान -kyaaaaaa😱
कुसुम -हाँ जी। मुश्कान बेड से लग भग कूदते हुए
मुश्कान -दिदु… मुझे बहुत देर होगया आज फिर बस छूटने वाली है। कुसुम उसी की तरह सर हिलाते हुए
कुसुम -नहीं मुश्कान कुछ देर और सो ले। अभी तो बहुत जल्दी है न।
मुश्कान -भोली सी सूरत बनाते हुए😔.. क्या दिदु अब आप ही खिचाई करोगी मेरी 🙆‍♀️
कुसुम -नहीं चाहती न गर ये सब सुनना तो जल्दी तैयार होकर आजा। वरना आगे तू अच्छी तरह जानती है की क्या होने वाला है। मुश्कान बॉथरूम के तरह भागते हुए
मुश्कान -बस 10 मिनट मे आई दी। कुसुम अपना सर हिलाते हुए फिरसे किचन की तरफ चल दी। कुछ देर मे ही मुश्कान तैयार होकर किचन की तरफ दौड़ी। वहाँ जाते ही…
       दिदु…
कुसुम -हाँ जल्दी नाश्ता कर ले। मैंने सबको बुला दिया है आते ही होंगे सब भी। और हाँ तबतक तू अपना टीफन रेडी करले। मुश्कान मुँह बनाते हुए
मुश्कान -क्या दी.. 🤦‍♀️आप भी।
कुसुम -कोई बात नहीं बहना यही सवाल मम्मी से पूछना आती ही होंगी।
मुश्कान -अरे दी मैं तो कुछ और कह रही थीं ☺️। आपने पूरा बात सुना ही नहीं 😁
कुसुम -अच्छा जी😊 तो लग जा अपने काम पे 🙄😒। मुश्कान टिफन पैक करते हुए मन ही मन बड़बड़ाने लगी 
मुश्कान -घर के लोग ही ज़ब हिटलर हो तो बाहर की लोगो की क्या जरूरत 😣। कुसुम उसके पास आते हुए
कुसुम -फिरसे बोलना मुश्कान तुम क्या बोल रही थीं 😳..?मुश्कान मासूमियत ☺️से
मुश्कान -नहीं दी कुछ नहीं। फिर दांत दिखाते हुए 😁😁दी एक बात पुछु…?
कुसुम-हाँ पूछ।
मुश्कान -आप इतनी मेरी जासूसी क्यूँ करती रहती हो.. 🤨😣?
कुसुम -क्या… 😱
मुश्कान -माँ आगयी 🤗। जल्दी से खाना लगाए…? 😊कुसुम लगभग उसके पीछे भागते हुए
कुसुम -मुश्कान की बच्ची तू रुक बताती हूँ तुम्हे..।तेरा नाम न मुश्कान नहीं शैतान लड़की होना चाहिए था।तभी एक मधुर सी आवाज़ दोनों की कानो मे सुनाई दी (अब क्या कर दिया मेरी बच्ची ने..?)इतना सून दोनों अपना भगामभाग रोक दी। मुश्कान दौड़ते हुए उनके गले जा लगी और प्यार से बोली..
मुश्कान -शुभप्रभात माँ 🤗। मुश्कान को भी गले लगाते हुए शीतल मुस्कुरा कर बोली..
शीतल(मुश्कान की माँ )-शुभप्रभात बेटा। और खुद से अलग करते हुए 😊वैसे क्या किया ऐसा तूने की तुम्हारी दीदी की चहरे की भाव बिगड़ा हुआ 🤨। मुश्कान अपनी एक आँख के साथ होंठ भी दबाते हुए 😜
मुश्कान-कुछ नहीं माँ बस यही पूछ रही थीं की होने वाली जीजू की क्या हाल है। 🤣🤣🤣कुसुम हैरानी से 😳😳😱😱
कुसुम -क्या…. 😳😱😱। माँ ये….
शीतल -अब बस भी करो दोनों हर रोज़ की है ये बेमतलब की झगड़ा। कुसुम लगभग नाराज़गी जताते हुए
कुसुम -हाँ क्यूँ नहीं जी। आपकी लाडली बेटी ही हमेशा सही होसकती है न 😒😒😒
मुश्कान -क्यूँ माँ आपने बाकि सबको मेले से लेकर आई थीं क्या। ये बात आग मे घी के बराबर था।कुसुम की भड़कने के लिए। तब तक बाकि सब फॅमिली के लोग भी आचुके थे। जिसमे मुश्कान की 2 भाई एक बड़े भईया मोहित और एक छोटा भाई रोहन ,1 और छोटी बहन शालिनी सब खड़े होकर सुबह सुबह के मुश्कान की नटखट पन की मज़े लेरहे थे।और उनकी हंसी दबाये नहीं दब रही थीं। 🤭जिसे देख कुसुम और चीड़ गयीं।
कुसुम -एक बात बतादू तुम्हे की मेले से हमें नहीं हमसब तुम्हे उठाकर लाये थे। इसलिए सबकी इतनी लाडली बनी फिरती है समझी तू…। मुश्कान खिलखिलाती हुई 🤣🤣🤣🤣🤣
मुश्कान -मज़ा आगया दी सुबह सुबह 😜🤣दिन भर अब इसी बात को याद करके हँसती रहूँगी। 😜कुसुम उसकी कान खींचते हुए
कुसुम -अच्छा शैतान…. तू कभी नहीं सुधरे गी। 🤦‍♀️और तुम्हे मैं ही मिलती हूँ क्या…?शालिनी कुसुम को हग करते हुए
शालिनी -नहीं दिदु आप बड़ी हो न 😁इसीलिए दिन का शुरुआत आपसे करते है। कहते हुए मुश्कान को शालिनी ने आँख मार दी 😉। और दोनों हायफाय देकर खिलखला कर 🤣🤣🤣हँस पड़ी।
कुसुम -हाँ जी अब यही बाकी था। 🙆‍♀️मोहित और रोहन तुम दोनों क्यूँ चुप हो तुम्हे कुछ नहीं बोलना क्या..?
मोहित -हँसते हुए 😀नहीं दी आज की सब्जेक्ट इतना ही था।
रोहन -हाँ दी बाकि का कल देख लेगे 😜🤣🤣।
कुसुम -वाह क्या खूब अपने है हमारे 🙏
शीतल -हाँ बेटा इनकी शरारत पर मत जा। इनके पीछे छिपे इनकी प्यार को महसूस करके देख 😊। कुसुम मुस्कुराते हुए 😊
कुसुम -जानती हूँ माँ 😊😊चलिए अब नाश्ता कर ले। वरना आज फिर किसीका घर पर ही 10 बजने वाला है 😁। इतना सून कर मुश्कान अपना सर पिट लिया 🤦‍♀️और टिफन लेकर भागने की हुए की शीतल उसे पकड़ते हुए
शीतल -नाश्ता कर ले फिर तूफान बनके उड़ना ठीक है। मुश्कान मुँह बनाते हुए
मुश्कान -ठीक है माँ ☹️। उसे ऐसा देख सब हँस पढ़े और मोहित अपना सर हिला कर
मोहित -नौटंकी की कहिकी। मुश्कान मोहित की कान मे धीरे से बोली
मुश्कान -कहिकी नहीं भईया। आपकी अपनी बहन हूँ 😁😁
मोहित उसे घूरते हुए -तेरा सांप की कान है क्या 😣
मुश्कान -सांप नहीं विषैली नागिन 😁😁।
मोहित -तू खाना खा वरना कुछ और खाने को मिलेगा।
मुश्कान -शादी तो अभी की नहीं तो भाभी के हाथ का खाना कहाँ नसीब होंगी भईया अभी 😂। मोहित चिढ़ते हुए
मोहित -तू अब न सच मे मार खाओगी मेरे हाथो की 😣😖। मुश्कान हँसते😂 हुए
मुश्कान -भईया गुस्सा थूक दीजिए और खाना खाइये 😁। मोहित अपना सर हिलाते हुए (ये लड़की सच मे कभी नहीं सुधरेगी )फिर कोई बहस किये बिना सब नाश्ता करने लगे…
(मुश्कान ≈उम्र-23, हाईट लगभग -5’3इंच,गोरा रंग, एक गहरी कशिश भरी काली आँखे,काली घने और लम्बे बाल,सबसे सुन्दर चहरे की नूर बढ़ाती अपनी की तरह मिठी सी मुश्कान 😊। और मे सबसे लाडली और सबसे नटखट लड़की कहें तो एक नंबर की शैतान )
सुमित का घर….
           सुमित जल्दी जल्दी अपना समान बैग मे समटेते हुए खुद से ही….
    आज फिर देर होगया उठने मे यार फिर ऑफिस मे सुनना पड़ेगा 🙆‍♂️। जल्दी कर सुमित राज और मोहन भी आते ही होंगे और अभी तुमने सुबह का नाश्ता तक नहीं कर पाया 🤦‍♂️हद है।उसकी पीछे से
संगीता -नाश्ता तैयार है देवर जी… 😊। यही लाऊ या निचे आरहे है…?
सुमित -भाभी आप चलिए मैं आरहा हूँ।
संगीता -ठीक है आजाइये 😊। सब आपका ही इंतजार कर रहे है।
सुमित -मर गया आज मैं तो। भाभी चलिए मैं आता हूँ। वाकई आज बहुत लेट होगयी। राज और मोहन…
संगीता -वो भी 😁😁…।बोलकर वो निचे आगयी। सुमित अपना सर 🙆‍♂️पकड़ते हुए 
सुमित -हे भगवान आज आप ही बचा लियो 🙏😄। बोलकर वो एक हाथ मे अपना बैग लिए लगभग भागते हुए रूम से निकल गया…।।
क्रमशः : तो पढ़ते है अगले part मे की मुश्कान और सुमित की सामना कैसे और कब होता है। और क्या मुश्कान ही सुमित की देवी है या कोई और… 😊😊
धन्यवाद…. 🙏🙏🙏
नैना… ✍️✍️
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