नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की
या छोरी बरसाने की , अ र र र गोरी वृंदावन की
सैनन (इशारे से) सों मोय बुलाय गई , या छोरी बरसाने की
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , या छोरी बरसाने की ।
कोरी कोरी पहनी चुनरिया 2
लचक रही याकी पतली कमरिया
नैक (जरा) हौलै से मुसकाय गई, या छोरी बरसाने की ।
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , या गोरी बरसाने की ।।
मन ही मन में फूली डोलै 2
मीठी मीठी बोली बोलै
कान्हा की नींद उड़ाय गई , इक छोरी बरसाने की
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की ।।
सब सखियां हिलमिल कर आईं 2
कान्हा की हुई खूब खिंचाई
कान्हा ते मेल मिलाय गई , इक छोरी बरसाने की
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की
इक छोरी बरसाने की , इक गोरी वृंंदावन की
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई, इक छोरी बरसाने की ।।
होली के पावन पर्व पर आपको एवं आपके परिवार को बहुत बहुत शुभकामनाएं
💐💐💐🙏🙏🙏
हरिशंकर गोयल “हरि”