आओ जश्न मनाएं हम सब आने वाले कल का ,
नए साल का नया सवेरा, जवाब मिलेगा हर पल का।
पिछले साल क्या भोगा हमने
सोच सोच कर क्यों घबराए,
नए साल का स्वागत हम सब
झूम झूम कर आओ कर जाएं।
नई रोशनी नई उम्मीदें
सबके मन को बहलाएं,
नई उमंगे नई तरंगें
नदिया बनकर इठलाएं।
ख्वाब अधूरे होंगे पूरे
आओ दुआ मांगे ‘सीमा,’ मिलकर
नया साल भरपूर हो खुशियों से
गमों की जगह ना हो तिल भर।
स्वरचित सीमा कौशल यमुनानगर हरियाणा