“तेरे सारे सपनों को साकार कर दूं।
तुम उड़ो आसमा, मैं पंख तेरे नाम कर दूं।
तेरे सारे ….
गर तेरी ख्वाहिश, है सारी दुनिया,
मैं यह जमीं तेरे नाम कर दूं।
तेरे सारे….
ग़म, दर्द जो हो, वो में चुरा लूं,
अपनी सारी खुशियां तेरे नाम कर दूं।
चलो तेरे सारे…..
तेरे सारे अरमानों को पूरा करने,
अपनी सारी जिंदगी तेरे नाम कर दूं।
चलो तेरे सारे…..
अंजाने में गर तुम ग़लती करो,
तेरी गूस्ताखियों को, मैं माफ़ कर दूं।
तेरे सारे…..
सफ़र में गर कोई मुश्किल भी आए,
क़दम लड़खड़ाने से पहले, मैं थाम लूं।
तेरे सारे…..
मौत भी आवाज दे तो, नाकाम कर,
अपनी हिस्से की सांसें तेरे नाम कर दूं।
अम्बिका झा ✍️