माना कि, दौर बदलते है,
दिन, हफ्ते, महीने ,साल भी बदलते हैं,
खट्टी मीठी यादों के साथ हम रह जाते हैं,
2021 तुझे अलविदा करते हैं
कितनी बाधाएं लांघी, प्रलय देखी,
फिर भी आंखों मे सपने है बाकी,
अंतिम माह के अंतिम दिन, तु तकता किसकी राह है,
तु जाऐ तो तुझे बिसारू बिगड़े हालात बना लू,
2021 तूझे अलविदा करते हैं।
दिए तुमने कुछ गम तो हंसी के फुहारे भी ,
कुछ पतझड़ के मौसम तो बंसत की बरसाते भी
कभी मोहब्बत भरी शाम तो सिसकती भरी राते भी ,
कभी परेशानियों का जंगल तो कभी खुशियों का बगीचा भी ,
कभी सपनों को तोड़ा, तो कभी नए सपने जोड़ा भी ,
कभी रिशतों में कड़वाहट, तो कभी मिठास भी ,
अपनों को दुर करके नए रिश्ते बनाएं भी,
बहुत कुछ खो कर बहुत कुछ पाया भी,
पुरानी यादों के साथ 2021 तुझे अलविदा करते है ।।