करें कुछ ऐसा नया, हम नये साल में ।
मिले सबको खुशियां, नये साल में।।
करें कुछ ऐसा नया—————।।
मिटे भूख, गरीबी अपने वतन में।
गुल गुलजार मिले, हर गुलशन में ।।
मिटे बेरोजगारी और वृद्ध आश्रम।
रहे अपनों के साथ सब, नये साल में।।
करें कुछ ऐसा नया—————।।
बाल-विवाह, दहेज -प्रथा अपने वतन में।
बन्द हो मृत्यु- भोज अब तो इस वतन में ।।
बन्द हो अग्निपरीक्षा, नारी की अब ।
बेघर को मिले घर , नये साल में ।।
करें कुछ ऐसा नया ——————–।।
पाने को हम दौलत और सम्मान।
नहीं बेचे मानवता, चमन,स्वाभिमान ।।
नहीं करें सितम यतीम – मुफ़लिस पर।
शान वतन की बढ़े , नये साल में।।
करें कुछ ऐसा नया—————।।
रचनाकार एवं लेखक-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
ग्राम- ठूँसरा, पोस्ट- गजनपुरा
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)