मिले जो जिंदगी में ” हम तुम “
बन गए दोनों हमसफर…
मंजिलें अब हमारी एक है
जाना अब हमको एक डगर…
यूं ही कटती रहे जिंदगी तेरी बाहों में
साथ, हंसी चांद तारे हो, और हो लंबी रातें..
पलकें जब भी खोलू , सामने हो चेहरा तेरा
कर ले बातें हम तुम, बूने ख्वाब सुनहरा…
जीवन में जो आए तुम , बन गई तकदीर मेरी
तुमसे ही मेरी खुशियां हो, तुमसे जिंदगी पूरी..
मंजू रात्रे ( कर्नाटक )