हड़ताल का एक उपयोग सार्थक भी है,
जो समाज के लिए हितकारी,
तो दूसरा दुरूपयोग भी है, जो समाज के लिए हानिकारी,
हमारे देश में हड़ताल बहुत ही प्रचलित है,
हमारी मांगे पूरी करो का नारा भी सबसे उपर है,
खाना पिना छोड़ कर , लोग जमा हो जाते,
मांग को अपनी ले कर एक जगह बैठ जाते हैं,
छात्र, शिक्षक , मजदूर, नेता,
हर वर्ग के लोग लेते है इसका ठेका,
आम जनता का हड़ताल भी हो जाता है जरुरी,
मांगे पूरी करना सरकार की मजबूरी हैl