एक समय था भारत का सोने की चिड़िया जैसे।
ऋषियों के तप की धरती ये प्यारी गुड़िया जैसे।।
ज्ञान का भंडार भरा था ऋचाओं वेदों पुराणों में।
चरकसंहिता आयुर्वेद ज्योतिष वास्तु शास्त्रों में।।
नालंदा विश्वविद्यालय व गुरुकुल की कक्षाओं में।
संस्कार संस्कृति सभ्यताएं भरी हुई कथाओं में।।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्म में प्रेम भरा।
शीर्षस्थ गिरिराज हिमालय पर्वत अडिग खड़ा।। 
गंगा जमुना जैसे ये नर्वदा कावेरी पवित्र नदियां।
सरस्वती गोदावरी गंगोत्री यमुनोत्तरी ये नदियां।।
हर घर में था प्रेम भाव और आपस में भाई चारा।
सोंधी मिट्टी की खुशबू हर मौसम कितना प्यारा।।
पर्वो और त्यौहारों में यहाँ खुशियाँ और उल्लास।
खेतों व खलिहानों से सोना निकले एवं कपास।।
हरे भरे जंगल वन उपवन बाग झरने और पहाड़।
हर ऋतुओं का आनंद होता स्वागत वसंत राज।।
किसी के घर की बेटी होती थी पूरे गाँव की बेटी।
पड़े पेड़ पे झूले सावन में झूलें मिल सारी  बेटी।।
बड़े बुजुर्गों की इज्जत होतीथी देते सब सम्मान।
किसी कष्ट व दुःख में सब साथ रहें एक समान।।
मंदिर और शिवाले थे व जगह जगह धर्मशालाएं।
कुएं एवं तालाब भरेथे हर घर पशु व गौशालाएं।।
दूध दही घी की नदियां बहती अन्नों के थे भंडार।
रिश्तों की थी अहमियत आपस में भी था प्यार।।
सोने चाँदी तांबे के सिक्के थे संयुक्त रहे परिवार।
घर घर फूल गिलट पीतल के बर्तन ये चूल्हे यार।।
मुस्लिम शासकों ने खुब लूटे फिर गोरे यहां आए।
भारत जैसे सोने की चिड़िया का आनंद उठाए।।
सैकड़ों साल के शासन में इतने अत्याचार किया।
इनसे मुक्ति पाने को देशप्रेमियों ने है जंग किया।।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के क्रांतिकारी कदम।
आजादी के जंग में बढ़चले देशभक्तों के कदम।।
गांधी सुभाष नेहरू भगतसिंह राजगुरु सुखदेव।
लाल बाल पाल आजाद व रविन्द्रनाथ गुरुदेव।।
अनगिनत लोगों के त्याग बलिदान से आजादी।
प्राणों की शहादत फाँसी से मिली है आजादी।।
भारत को विश्वगुरु बनाना है सोने की चिड़िया।
स्वर्ण चिरैया ये पहले बने ये सोने की चिड़िया।।
मेरी दृष्टि में ऐसे ही और खूबियों से भरा है देश।
दो ढाई वर्षो से कोरोना ने दिए हैं कितने क्लेश।।
हमें गर्व है मैं भी उस युग से हूँ जिंदा एक गवाह।
यही प्रार्थना है रब से ये अब न हो भारत तबाह।।
रचयिता :
डॉ. विनय कुमार श्रीवास्तव
वरिष्ठ प्रवक्ता-पीबी कालेज,प्रतापगढ़ सिटी,उ.प्र.

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

<p><img class="aligncenter wp-image-5046" src="https://rashmirathi.in/wp-content/uploads/2024/04/20240407_145205-150x150.png" alt="" width="107" height="107" /></p>