जो हर घड़ी व्यवहार करें मित्रवत,वो पुस्तकें होती हैं। 
पुस्तक में होती नई खोज, पुस्तक से मिलती नई सोच।
बोलने से पहले सोचें, सोचने से पहले पढ़ें।
ना हो आपसे समाधान तो ले लें पुस्तकों से समाधान।
पुस्तकें ज्ञानवान होती हैं यह देश की शान होती हैं।
सदा सदा के लिए अमर कर दे तथ्य औ विचार, वो पुस्तकें होती हैं। 
समग्र समाज का मार्गदर्शन जो करें, वो पुस्तकें होती हैं। 
विचारों और ज्ञान का खादान जो,वो पुस्तकें होती हैं। 
सद्ग्रंथ से अच्छा कोई मित्र नहीं, 
इन ग्रंथों में ही भरा ज्ञान का भण्डार, आजीवन साथ निभाए जो,वो पुस्तकें होती हैं। कितना कुछ कहूँ? मन भरता नहीं जिससे, वो पुस्तकें ही होती हैं। 
कभी अकेला न छोड़ें, वो पुस्तकें ही होती हैं। अतः पुस्तकें ही दें उपहार में जो आपकी स्मृतियों को संजोए सदा संग साथ रहेंगी उसके और अपना भी वज़ूद बचा कर रखेंगी। 
धन्यवाद!
राम राम जय श्रीराम!
शुभ मध्याह्न!
मौलिक विचार, 
रुद्रपुर, उत्तराखंड।
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