चुनाव आयोग की जोरतोर से तैयारी शुरू हो चुकी है ,चुनावी उत्सव जिन राज्यों में होना है वहां उनका दौरा हो चुका ,सभी राजनीतिक दलों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कर चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया।
इस बार 5 राज्यों में 690 सीटों पर 18.3 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी ।
इस बार का चुनाव हर बार के चुनाव से ज्यादा चुनौती भरा है पिछली बार के चुनावी रैलियों के कारण हुए कोरोना विस्फोट के बाद कोर्ट से चुनाव आयोग को लगाई गई फटकार  से सीख लेते हुए इस बार उन्होंने काफी एहतियायत भरा निर्णय लिया है मसलन
_जनसभा , रोड शो,नुक्कड़ सभा पर रोक।वर्चुअल तरीके से प्रचार पर जोर।
घर घर जनसंपर्क केवल 5 लोग ही करेंगे।
मतदाताओं के लिए
कोविड संक्रमित और पृथकवास में रहने वालों लोगों को घर पर या मतदान के निर्धारित आखिरी घंटों में कराए जाएंगे।
मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा कर भीड़ को कम करना।
मतदान केंद्रों में सैनिटाइजर,और मास्क उपलब्ध होंगे।
चुनाव क्यों महत्वपूर्ण है ,क्यों लोकतंत्र का ये शक्तिशाली अस्त्र है?
लोकतंत्र 
 जनता का ,जनता के लिए ,और जनता के द्वारा   प्रतिनिधि चुने जाते हैं। हर 5 वर्ष में ये उत्सव मनाया जाता है जिसमें भारत का हर नागरिक जिसकी उम्र 18 वर्ष की होती है अपनी शक्तियों का प्रयोग योग्य प्रतिनिधि को चुनने के लिए करता है। चुनाव के आते ही जनप्रतिनिधि घूम घूम कर जनता जनार्दन को ही भगवान मान उनकी शिकायतें ,उनकी सुविधा ,सब सुनने और देने का वादा करते हैं,और सत्ता पाते ही स्थिति तुरंत उल्टी हो जाती है।
हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या अशिक्षा और गरीबी है जिसका फायदा चुनाव के समय प्रत्याशी उठाते हैं,मादक द्रव्य मुफ्त पिला कर,रुपए और अनाज बांट कर भोली भाली ग्रामीण जनता को बरगलाते हैं।
चुनाव आयोग है क्या?
हमारे देश में आजादी के बाद गणतंत्र 1950 में लागू किया गया ,और उसी समय चुनाव आयोग का गठन किया गया।चुनाव आयोग का मुख्य कार्य स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना,चुनाव के समय उसे कानून की सारी शक्तियां प्रदान हो जाती हैं।
चुनाव आयोग भारत के दूरदराज जंगल में बसे गांव हों,या माओवादियों से खतरे वाली जगह हो,पहाड़ पर कम आबादी वाला क्षेत्र हो,या दुनिया का सबसे ऊंचा पोलिंग बूथ जो स्फीति घाटी के ताशिगांग हो हर एक मतदाता को उनके मतदान का हक देता है ,ताकि वो सही चुनाव कर जनप्रतिनिधि चुनें।
किन्नरों को पिछले लोकसभा चुनाव में अलग से मतदान करने की सुविधा मिली ,जिससे उन्हें अपनी पहचान मिली।
नए युवा मतदाता जोश से अपने मत का प्रयोग करें सही सरकार चुनें ।
सबसे चिंता का विषय है कुछ लोग जो सरकार को गाली तो देते हैं लेकिन उदासीन होते हैं अपनी शक्ति के प्रयोग करने के प्रति।
समझदारी और विकास के लिए एकजुट हो हमें इस लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेकर सही चुनाव करना चाहिए,ताकि देश से अशिक्षा,गरीबी हटे,हम विकास के मार्ग पर अग्रसर हों।
आइए हम संकल्प करें , हम और आप सभी खुद भी और दूसरों को भी इस उत्सव में भाग लेने को प्रोत्साहित करेंगे।
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