रोटी कपडा और मकान, हर इंसान की है जरूरत ये महान,
इनके बिना ना चलता जीवन, मुश्किल होता जीना जीवन!
हे प्रभु कर इतनी दया,ना हो कोई महरूम इन जरूरत भरी चीजो से,
सबका मालिक एक तू ही है,तो भर दे झोली सबकी अपनी रहमतो से!
कर दे इतनी दया कि ना रहे कोई भूखा, बीमार, लाचार!
कर दे इतनी कृपा कि सुमिरे हर पल तुझको,चाहे हो नैया बीच मंझधार!
सुनता है तू मुरादे सबकी,रखता तू सबका ध्यान, इसलिए तो सब कहते तुझको भगवान,
बस इतनी सी आरजू भी कर दे पूरी कि तेरा सुमिरन करते करते तन से निकले प्राण!
श्वेता अरोडा