युवा पीढ़ी की व्यथा कथा बड़ी अनोखी है
कहीं काम पाने की पुरजोर कोशिश
तो कहीं चोरी और लूट मारी है।
कोई पढ़ता है रात और दिन अच्छे अंकों के लिए,
तो कहीं पर्चा आउट कराने की तैयारी है।
कोई समझ रहा है दोस्ती को खुदा,
तो कहीं दोस्त से स्वार्थ, छल और मक्कारी है।
कोई रखता है फोन हाथ में
और व्यस्त है ई- लर्निंग में
तो कहीं पर टिक टौक,इंस्टाग्राम
और स्नैप चैट की मारामारी है।
हर किसी को चाहिए उन्नति
अपने अपने तरीके से सब की तैयारी है।।
             ” साधना सिंह”
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