मोक्ष ……
कोई खाली नहीं है,
भरे हुए हैं सभी…..
कोई प्रेम से भरा है
कोई घृणा से ……
कोई स्मृतियों से
और कोई दुखों से….
मैं पलटता हूँ,
अपनी ही आत्मा के सारे पन्ने….
देखता हूँ सभी पंक्तियां
बस पीड़ा का अनुवाद भर हैं….
मैंने आत्मा के ,
आखिरी पन्ने पर लिखा है….
जो सुख में हैं,
उन्हें स्वर्ग मिल जाये…
और जो दुःख में हैं
उन्हें मोक्ष….!!!!
डॉ0 अजीत खरे
17/11/2023