थोड़ा अराजक थोड़ा सा हिंसक थोड़ा लाचार हूं 
मुझे माफ करना भारत मैं तेरा अपना ही बिहार हूं 
मेरी संतति की बुद्धि पर पूरी दुनिया को नाज है 
मेरे नौजवानों की आसमानों से ऊंची परवाज है 
“नालंदा” जैसी ख्यातिप्राप्त संस्था का पालनहार हूं 
मुझे माफ करना भारत मैं तेरा अपना ही बिहार हूं 
मैंने जे पी आंदोलन भी देखा था जब आपातकाल था 
दमनचक्र में पिसता यौवन जन जन जीवन बेहाल था 
“मीसा” की चक्की में पीसा, मां भारती का श्रंगार हूं 
मुझे माफ करना भारत मैं तेरा अपना ही बिहार हूं 
मैंने इसे जंगलराज बनते हुए करीब से देखा है 
अपहरण उद्योग से बर्बाद होते लोगों को देखा है 
चारा चरने वाला बस मैं ही तो इकलौता परिवार हूं 
मुझे माफ करना भारत मैं तेरा अपना ही बिहार हूं 
“सुशासन बाबू” कब “कुशासन बाबू” बने पता नहीं चला 
सत्ता के लिए जाति, धर्म, अगड़ा पिछड़ा सब खेल खेला 
आज के हालातों का भैया मैं ही तो सूत्रधार हूं 
मुझे माफ करना भारत मैं तेरा अपना बिहार हूं 
हरिशंकर गोयल “हरि” 
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