लोगों को पसंद होती होगी चमक-धमक…
मुझे तो उसकी सादगी पसंद आती है।
मेकअप करना आता नहीं है उसको…
मगर आंखों में वह काजल जरूर लगाती है।
उसकी खूबसूरती की क्या तारीफ करूं मैं…
उसकी छोटी-सी बिंदी भी दिलों पर कयामत ढाती है।
हां चेहरे से थोड़ी सांवली सी है वो…
फिर भी सादगी में बेहद खूबसूरत नजर आती है।
गुलाब की पंखुड़ियों से उसके होंठ…
हाय! क्या कहर लगती है जब वो मुस्कुराती है।
बच्चों सी मासूमियत झलकती है चेहरे से उसके…
उसकी खिलखिलाती हुई सी हंसी मेरा दिल चुराती है।
बड़ी प्यारी लगती है वो मुझे…
जब मेरे सामने सादे सूट पर रंगीन दुपट्टा डालकर आती है।
आजकल लोग तो बंद कमरों में प्यार करते हैं…
वो सड़क पर मेरा हाथ थामकर चलना चाहती है।
हां, छोटी-छोटी बातों पर आंसू बहाती है अगर…
तो छोटी-छोटी चीजों से ही बहुत खुश भी हो जाती है।
मैं गुस्से वाला हूं, मेरी नाराजगी बर्दाश्त नहीं कर पाती है…
इतनी पागल लड़की है वो कि मेरे डांटने पर
मेरे ही सीने से लिपटकर रोने लग जाती है।
ए खुदा! उसे कभी कोई गम न देना…
उसकी जरा सी तकलीफ से मेरी जान निकल जाती है।
मेरी खुशी के लिए, कुछ भी करने को तैयार हो जाती है…
मुझे बुरा न लगे इसलिए अक्सर मुझसे बातें छुपाती है।
उसका झूठ बोलना, बातें छुपाना मुझे बिल्कुल पसंद नहीं…
न चाहते हुए भी मुझे इस तरह तकलीफ पहुंचाती है।
अफसोस होता है यह सोचकर…
आखिर क्यों वो अपना दर्द मुझसे कह नहीं पाती है।
खुद तो हमेशा फिक्र में लगी रहती है…
और मुझे उसकी फिक्र न करने के लिए समझाती है।
एक झल्ली सी लड़की है यारों…
जो मुझ पर अपनी जान लुटाती है।
कौन कहता है कि मोहब्बत चेहरे से होती है…
खूबसूरती की दुनिया में वो मन की सुंदरता का सुखद अहसास कराती है।
चेहरे की खूबसूरती का क्या है?
यह तो उम्र के साथ ढल ही जाती है।
लोगों को पसंद होती होगी चमक-धमक…
मुझे तो मेरी जान की सादगी ही भाती है।
लेखिका:- रचना राठौर