मात पिता के लिए साल में केवल एक एक दिन।
कैसे जियेगे बच्चे बिन मात पिता के साल के बाकी दिन।।
मात पिता वह होते है जो हर पल साथ हमारे रहते है।
हम अपने मात पिता हमेशा दिल अपने में रखते है।।
हम पूजाय मात पिता को कभी भुला नही सकते है।।
मा जन्मदायिनी है तो पिता हमारा पालन कर्ता है।
मा छाया करती है तो हमारी रक्षा करता है।।
मात पिता एक दूजे के पूरक है दोनौ को पूजा जाता है।
जब एक नही रहता तब दूजा दोनौ का धरम निभाता है।।
माय पिता की पूजा हर रोज करो यही हमारा धरम है।
मात पिता को कोई कष्ट न हो यही हमारा सतकर्म है।।
मात पिता की सेवा करने से कष्ट तेरे सब कट जायेगे।