मालकिन ,आज मां बीमार हैं,काम पर नहीं आयेगी_नन्ही सरला हाथ जोड़ मालकिन से कह रही थी।
तुम्हारी मां का तो रोज का बहाना है ,कभी पूरे महीने काम नहीं करती ,कभी तुम्हारी नानी ,कभी दादी बीमार रहती है , रोज रोज के बहाने से मैं तो थक गई हूं ,अब तो मुझे पैसे काटने होंगे_मिसेज नंदा बोली ,वो यहीं नहीं रुकी उन्होंने नन्ही सरला से कहा ,
“तुम क्यों खड़ी हो,जाकर बर्तन धुलो”।
सरला ने कहा ,पर मालकिन मुझे मां के लिए दवाई लानी है , जितने पैसे बनते हैं एडवांस दे दो न आप?
अच्छा!यहां तो पैसे के पेड़ लगे हैं बस आओ और हिला कर पैसे ले जाओ,जल्दी जाकर बर्तन धुलो,फिर रेनो को घुमा कर लाओ उसके बाद देखती हूं क्या करना है _आंख मटकाते मिसेज नंदा ने कहा।
नन्ही सरला ने कोई रास्ता न देख घर में प्रवेश किया ,रसोई में रात के जूठे बर्तन मुंह पसारे इंतजार कर रहे थे कि कब कोई हाथ लगा कर उन्हें साफ करे।
लगता है रात को पार्टी हुई थी ,बहुत बर्तन थे।धीरे धीरे कर सरला बेचारी बर्तन धो रही थी ,तभी मिसेज नंदा का बेटा कांच का ग्लास जोर से पटक कर चला गया जिससे वह चटक गया।
सरला ने किसी तरह बर्तन धुले ,मिसेज नंदा आई चटखे कांच के ग्लास देख आग बबूला हो गई उन्होंने सरला को खूब डांटा वो बेचारी रुवांसी हो गई।
सरला को खूब भूख लगी थी,उसने देखा रात का खाना बहुत बचा था,और मिसेज नंदा के बच्चे पिज्जा ,बर्गर खा रहे थे,उनका कुत्ता रेनो मजे से बढ़िया बिस्कुट खा रहा था,ललचाई नज़रों से सरला उन्हें निहार रही थी।
कैसी विडंबना थी ,देश में कितनी बच्चे भूखे मर रहे हैं,कुछ कुपोषण के शिकार हैं ।एक विकसित और विकासशील देश के लिए ये शर्म की बात है।
अमीर खाना फेंकते हैं कुत्ते को खिला देते हैं और गरीब कुत्तों से भी बदतर जूठन उठा कर खाता है।
नेताओं के लिए खाने का पैकेट बांट फोटो खिंचाना और वोट पक्का करना होता है,बड़े लोग ड्राइंग रूम में गरीब बच्चों की फोटो लगा कर शान से उसकी कीमत बताते हैं।
एक कुपोषित बच्चे को गिद्ध के पंजें से बचाने के बदले फोटोग्राफी कर अवार्ड जीतने वाले गरीबी भुखमरी का मजाक उड़ाते हैं।
भूख अपराध कराती है ,इसलिए गरीबी ,अमीरी की खाई को पाटने की जरूरत है।
कुछ उत्साही युवकों ने ,स्वयंसेवी संस्थाओं ने घर के बचे खाने ,शादी ब्याह के खाने ,और होटलों के बचे खाने को फ्रिज में रख जरूरतमंदों के बीच वितरण का जिम्मा लिया है जिससे भूखे लोगों की मदद हो सके।