प्रेम में यह कहना….
कि “मुझे कुछ महसूस नहीं होता”
दरअसल स्वयं के ही खिलाफ दिया गया,
सबसे बड़ा धोखा है।

एकांत में अविरल बहाये गए आँसू
उस धोखे के लिए किया गया
सबसे बड़ा पश्चाताप है…..

हम प्रेम करते है
पर उसके दुखों को कहने से डरते हैं,
ये डर हमारा नहीं
विरासत में मिली परम्परा है…..

हम आह भी भरते है
और ज़ाहिर नहीं करते,
यही प्रेम है ……
जो हमारे संस्कार तय करता है!!!
डॉ0 अजीत खरे
16/03/2023

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