जिंदगी का एक और वर्ष कम हो चला,
कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला…
कुछ ख्वाहिशे दिल में रहती है,
कुछ बिना मांगे मिल जाती है..
कुछ छोड़ कर चले गए,
कुछ नए जुड़ेंगे इस सफर में..
कुछ मुझसे बहुत खफा हैं,
कुछ मुझसे बहूत खुश है..
कुछ मुझसे मिल के भूल गए,
कुछ मुझे आज भी याद करते है..
कुछ शायद अंजान है,
कुछ बहुत परेशान है..
कुछ को मेरा इंतज़ार है,
कुछ का मैं इंतजार करती हूँ..
कुछ लोग सही होते है,
तो कुछ लोग गलत भी..
कोई गलती हो तो माफ़ कीजिए,
और कुछ अच्छा लगे तो याद कीजिए..
रंजना झा