साप्ताहिक प्रतियोगिता हेतु प्रदत्त विषय
नाक पर मक्खी न बैठने देना।
कविता
इज्जत पर आंच न आने देना।
नाक पर मक्खी न बैठने देना।
अच्छे संस्कार संतान को देना।
नफ़रत के बदले में प्रेम देना।
अच्छाई को भुला न देना।
किसी असहाय को रुला न देना।
सीमा पर चौकस है सेना।
देश प्रेम में रंगी है सेना।
मां कहती बेटा सुन लेना।
रण में पैर न पीछे देना।
दूध की लाज बचाये रखना।
देश की शान बनाए रखना।
दुश्मन घर में घुस न पाये।
चाहे जान भले ही जाये।
उसकी करनी का फल देना।
नाक पर मक्खी न बैठने देना।
जब बेटी दुल्हन बन जाती।
तब मां बेटी को समझाती।
तुमको साजन के घर जाना।
बेटी प्रीति की रीति निभाना।
घर में सबका आदर करना।
ननद को बनाए रहना बहना।
सास ससुर प्रियतम को मानो।
माता पिता दोनों को जानो।
कभी किसी को जबाव न देना।
नाक पर मक्खी न बैठने देना।
बलराम यादव देवरा छतरपुर
बहुत सुंदर