धोबी का कुत्ता घर का न घाट का
गगन ने जब आज के समाचार पत्र में एक आफिस में मैनेजर की आवश्यकता की एड देखी तब उसका मन खुश होगया। क्यौकि वह जो नौकरी कर रहा था उससे परेशान होगया था।
गगन का बाॅस कभी भी शाम को रोक लेता और रात को आठ बजे से पहले जाने ही नहीं देता था इसलिए वह इस नौकरी को छोड़ना भी नहीं चाहता था।
आज का विज्ञापन पढ़कर वह इस तरह खुश होगया था कि जैसे यह नौकरी उसके लिए ही है।
गगन नेआफिस जाकर सबसे पहले उस नौकरी के लिए आवेदन किया।
ईश्वर की कृपा से दस दिन बाद ही उस नौकरी के लिए इन्टरब्यू के लिए उसकी मेल आई डी पर मेल आगयी। अब तो वह बहुत खुश था और एक रात सपनौ में खोगया कि उसका मैनेजर के लिए सलेक्शन होगया है और इस बाॅस की रोज की चिक चिक से आजादी मिल गयी है।
वह सोते हुए जोर जोर से हस रहा था उसी समय उसकी पत्नी आई और जोर से हिलाते हुए बोली," आज सोते हुए ही इतने जोर से हसरहे हो कौनसी तिजूरी की चाबी हाथ लग गयी है । सात बजरहे है क्या आज आफिस की छुट्टी है ?"
गगन हड़बडा़ कर उठा और सामने दीवार पर लगी घडी़ को देखखर बोला " तूने जगाया क्यौ नहीः पहले से ही बाॉस नाराज है। आज देर होगयी तब उसका पारा हाई होजायेगा। "
फिर गगन मन मेः सोचने लगा दो दिन की ही तो बात है सन्डे को इन्टरब्यू है अगर किलियर होगया तब यह बाॅस क्या करलेगा।
और सन्डे को वह ईश्वर की पूजा करके इन्टर्ब्यू देने गया और उसका सलेक्शन होगया। अब तो गगन की खुशी का कोई ठिकाना नही रहा। गगन ने अभीतक अपनी पत्नी को भी इस नौकरी के विषय में बताया नहीं था।
आज वह मिठाई लेकर गया और अपनी पत्नी का मुँह मीठा करके नयी नौकरी की बताई। उसे एक महीने में जाइन करनी थी। गगन ने अपने पुराने बाॅस की टेबल पर जब अपना त्याग पत्र रखा तब उसने आश्चर्य से पूछा," मि़ गगन कहाँ जारहे हो? "
गगन बोला," मैने अभी कहीं बात नहीं की है हाँ देखरहा हूँ नौकरी तो मिल जायेगी।"
गगन का एक महीना समाप्त होते ही वह अपनी नयी नौकरी पर जाइन करने गया। सब ठीक होगया। परन्तु ऐक दिन बाॅस के बेटे के साथ किसी बात पर बहस होगयी और गगन के मुँह से कुछ गलत शब्द निकल गया और उसके बाॅस ने उसी समय उसकी छुट्टी करदी।
गगन ने अपने बाॉस से बहुत बार साॉरी बोला लेकिन उसने एक नहीं सुनी।
गगन दुःखी होकर घर आगया अब पुराने बाॅस के पास बापिस भी नही जा सकता था उसका वही हाल होगया कि धोबी का कुत्ता घर का न घाट का ।
पुरानी नौकरी पहले छोडदी थी और नयी नौकरी बाॅस ने छीनली।
गगन ने फिर से नयी नौकरी खोजने का काम शुरे कर दिया।
नरेश शर्मा ” पचौरी”