अगर कोई सच में हमें गहरा आघात पहुंचाता है तो वो निःसंदेह हमारा कोई अपना ही होगा।
इतिहास के पन्ने हमें स्मरण दिलाते हैं कि देश में लुटेरों और घुसपैठियों को लाने में हमारे ही अपनों का हाथ था, जिन्होंने सत्ता और धन के लोभ में देशद्रोह किया।
सालों तक ग़ुलामी की जंजीरों में जकड़ा रहा देश, जिसे जिसने चाहा, जैसे चाहा वैसे लूटा और खसूटा।
आजादी के बाद भी सत्ता के लोभियों ने फिर से देश की अस्मिता के साथ बलात्कार किया और देश को दंगों की आग में जलने के लिये छोड़ दिया।
समय के साथ-साथ देश ने शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में विकास करना शुरू कर दिया।
देश में पढ़े-लिखे कुछ अतिप्रतिभाशाली युवा, जो हमेशा कम्फर्ट जोन और सेफ जोन में रहना चाहते हैं, उन्होंने पैसे और अत्याधुनिक जीवन शैली की चाह में खुद की प्रतिभा को USA और UK जैसे कई देशों में बेच दिया, जिनमें कुछ उदाहरण सत्या नडेला, सुंदर पिचाई इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।
आज USA और UK जैसे देश, हमारे देश की प्रतिभाओं को लूट रहे हैं, देश का अदर्शविहीन युवा उनके हाथों की कठपुतली बन कर रह गया है।
जिन्होंने शिक्षा तो देश में पायी लेकिन विकास दूसरे देशों का कर रहे हैं, जो किसी देशद्रोह से कम नहीं है और इसके बावजूद इनको NRI का दर्जा भी प्राप्त होता है।
माना कि देश के तंत्र में भी बहुत खामियां हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं हम अपनी नैतिकता और जिम्मेदारी को त्याग कर अपनी कायरता का परिचय देते हुए देश से ही पलायन कर जायें।
सरकार को प्रतिभा पलायन को रोकना होगा , चाहे इसके लिए सख़्त कदम ही क्यों न उठाने पड़ें।
आने वाला समय तकनीकी विकास का दौर है जिसमें हमारा मुकाबला कई मित्र और शत्रु देशों से है।
जिस तरह देश में CAA और NRC का नाजायज़ विरोध शुरू कर दिया जाता है तो फिर NRI का जायज़ विरोध क्यों नहीं होता।
हमें अपनी देश की प्रतिभाओं का पलायन रोकना होगा, हमें  NRI नहीं बल्कि विशुद्ध भारतीय होने पर गर्व महसूस करना होगा।
               🇮🇳 जय हिन्द 🇮🇳
रचनाकार – अवनेश कुमार गोस्वामी
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