💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟
क्या तुम्हें आज भी याद है , मेरा वो आखिरी खत??
जो मैंने तुम्हारे लिए अपने खून से लिखा था।
जो लड़की किसी की खरोंच देखकर भी डर जाती थी कभी….
उसने तुम्हारे लिए खुद ही अपना खून बहा दिया था।
क्या याद है, तुम्हें मेरा वो आखिरी खत???
जिसमें मैंने अपने हाल-ए-दिल बयां किया था ।
याद करो, मैंने तुमसे कभी तुम्हारे प्यार के अलावा…
और क्या मांग लिया था?
क्या याद है, तुम्हें मेरा वो आखिरी खत???
जिसमें लिखा था मैंने सिर्फ तुमसे ही सच्चा प्यार किया है।
देकर तुम्हें अपना सारा वक्त , बदले में तुमसे…
मैंने उम्र भर का इंतजार लिया है।
क्या आज भी याद है तुम्हें?
तुमसे बात किए बिना मुझे नींद नहीं आती थी।
जब तक मिलती न थी तुम्हारी खबर ….
कितनी बेचैन हो जाती थी।
क्या याद है तुम्हें???
रात भर तुम्हारे एक मैसेज का इंतजार करती थी।
दिन भर की थकान से चूर होने के बावजूद भी…
तुमसे पहले कभी न सोती थी।
याद है ना तुम्हें?????
आधी रात को उठकर तुम्हें कॉल लगाती है।
तुम सोए रहते थे हर रोज….
और मैं ही हर रोज तुम्हें नींद से जगाती थी।
याद करो मेरी जान!💘
तुम्हारे जरा सा नाराज होने पर , मैं कितनी परेशान हो जाती थी।
परेशान आज भी होती हूं , तो बस रो लेती हूं तुम्हें याद करके
लेकिन उस वक्त तुमसे बात करके चैन से सो जाती थी।
क्या क्या याद दिलाऊं तुम्हें???
कोई फायदा नहीं , बहुत कुछ पीछे छूट गया है।
बस एक दिल ही तो था मेरे पास, तुम्हारे लिए
जो अब बुरी तरह से टूट गया है।
बस समझ लेना तुम्हारा यार तुमसे नहीं…
अब अपने आप से ही रूठ गया है।
💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔
रचना राठौर ✍️