मत मायूस कर अपने दिल को, तुमको भी विजय मिलेगी कभी।
दिन अगर बुरे हैं तो क्या, तुम्हारी भी किस्मत चमकेगी कभी।।
मत मायूस कर ———————-।।
रात के बाद ही तो सुबह होती है, उस सुबह से शुरू रोशनी होती है।
महकी होती है फूलों से वादियां, तुम्हारी भी सुबह ऐसी होगी कभी।।
मत मायूस कर ———————-।।
नहीं साथ कोई तो मत हो उदास, हिम्मत दिल में रख मत हो निराश।
मत नफरत तू खुद से ऐसे कर , तुमको भी खुशियां मिलेगी कभी।।
मत मायूस कर ———————।।
जीवन में मिलेंगे ऐसे इंसान बहुत, मदद नहीं ,नसीहत देने वाले बहुत।
कर विश्वास अपनी मेहनत पे तू , तुमको भी जन्नत मिलेगी कभी।।
मत मायूस कर ——————।।
देखकर राह कठिन रोक मत तू कदम, तूफानों से ना डर आगे बढ़ा कदम।
लिख दे इतिहास अपना अपने लहू से, तुमको भी मंजिल मिलेगी कभी।।
मत मायूस कर ———————।।
साहित्यकार एवं शिक्षक-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)