झिलमिल झिलमिल करते सपने,
गहरी नींद में आते सपने।
सच होने का आभास दिलाते सपने, आँख खुले गुम हो जाते सपने।
देखने ही हैं सपने, तो खुली आँख से देखो सपने,सच करने की ठानों सपने, स्वप्न उजाला बिखराओ तुम, तभी चमक उठेंगे झिलमिल सपने।
धन्यवाद!
राम राम जय श्रीराम!
शुभरात्रि!🙏🙏😊😊