जलपरी हो तुम मेरी
मेरे अंदर रहने वाली ।
मेरी हो तुम बिटिया रानी
कोख में मेरी तुम पलती हो।
रिश्ता तुमसे जनम जनम का
मुझको तुम प्यारी लगती हो।
हजारों कल्पना से परे मेरी आंखों मे
सुंदर परछाई लगती हो।
कब आओगी मेरे आंगन
प्यारी मेरी बिटिया रानी
जलपरी सी तुम लगती हो।
– मंजू रात्रे। (कर्नाटक )