जय जय जय ,जय महावीर स्वामी।
शान्ति के दूत, अहिंसा के स्वामी।।
जय जय जय———————।।
इंसान को,मानवता का पाठ पढ़ाया।
हर प्राणी के लिए, दया का भाव जगाया।।
मानवता के प्रतीक आप, दया के स्वामी।
जय जय जय———————–।।
मानव में अहिंसा की, ज्योति जलाई।
हर प्राणी से प्रेम की, अलख जगाई।।
हर प्राणी के उद्धारक,करुणा के स्वामी।
जय जय जय, ————————–।।
धन – दौलत से मोह नहीं करना सिखाया।
परहित में धन का त्याग , आपने सिखाया।।
जीवो और जीने दो के , सत्य के स्वामी।
जय जय जय —————————-।।
साहित्यकार एवं शिक्षक-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)