छोड़कर साथ हमसफ़र का,
ग़ैरों संग मुस्कुरा रही हो,
सुना है तुम्हें इश्क़ है उनसे,
अब उन्हें क्यों बेवकूफ़ बना रही हो।गौरी तिवारी भागलपुर बिहार
छोड़कर साथ हमसफ़र का,
ग़ैरों संग मुस्कुरा रही हो,
सुना है तुम्हें इश्क़ है उनसे,
अब उन्हें क्यों बेवकूफ़ बना रही हो।गौरी तिवारी भागलपुर बिहार
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