छोटी सी जिंदगी है खुश रहो,
आज जो हंसी पल है कल हो न हो,
जो है उसी मे खुश रहो,
जो है तुम्हारे साथ, जो है तुम्हारे पास,
जो नही उसके लिए मत तड़पो,
कल किसने देखा है आज मे खुश रहो,
खुद कि खुशियाँ मत ढुढो़ ,
दुसरों की खुशियों मे भी खुश रहो,
किसी के साथ के लिए मत उदासो,
अपने आप मे खुश रहो,
अगर कोई रुठा हो तुमसे तो अपने अंदाज मे मना लो,
जो है उसी मे खुश रहोl
प्रिती उपाध्याय@ ll