मधुवन सुमन कमल लखी भवरा,
चाह करें मधुपान
प्रितम ,भूल गया घर द्वार-2
मोती मोती अक्षर लिखी हूँ
मोती मोती अक्षर लिखी हूँ
चिट्ठी का नहीं ध्यान-2
प्रितम ,भूल गया घर द्वार
मधुवन सुमन कमल लखी भवरा -2
काले काले बादल गरजे
काले काले बादल गरजे
नील गगन के समान-2
प्रितम ,भूल गया घर द्वार
मधुवन सुमन कमल लखी भवरा-2
नित उठ कउआ, आंगन कुचरे
नित उठ कउआ, आंगन कुचरे
लागे ताप समान-2
प्रितम ,भूल गया घर द्वार
मधुवन सुमन कमल लखी भवरा-2
अंत समय जब पिया नहीं आए
अंत समय जब पिया नहीं
दे दूंगी प्राण निधान-2
प्रितम ,भूल गया घर द्वार
मधुवन सुमन कमल लखी भवरा-2
रंजना झा