कुछ पाया कुछ खोया
कुछ हुआ पूरा कुछ रह गया अधूरा….।
एक वक्त ऐसा भी आया,
डरा हुआ था मंजर सारा
अपनों से भी बढ़ गई थी दूरी
मिल नहीं सकता थी मजबूरी…….।
आये ना अब ऐसा साल,
जैसे बीते 2 साल
2021 अब अलविदा
2022 में हो सब अच्छा…….।
खुशियों भरा हो नया सवेरा,
हरपल हो जीवन में उजियारा
नई उमंग और नई खुशी
2022 में रहे सब सुखी
” ऋचा” की है यही कामना
नए साल की अग्रिम शुभकामना…..।
@ऋचा कर्ण ✍️✍️