सुनो मैं ड्यूटी जा रहा हूं,बच्चों के पैरेंट्स टीचर मीटिंग तुम्हीं अटेंड कर लेना प्लीज_राकेश ने पत्नी को ड्यूटी जाते समय कहा।
ये तो तुम्हारा रोज का काम है,आज बहुत प्यार से बता रहे हो,जबसे शादी करके आई हूं ,तुम्हें मेरे लिए बच्चों के लिए फुरसत रहती है_राधा ने गुस्से से कहा।
क्या करूं ,अब ड्यूटी ही ऐसी है ,चाह कर कुछ नहीं कर सकता हूं_राकेश ने मुंह लटका कर कहा।
देखना एक दिन बच्चों के साथ मैं ही तुम्हारे ऑफिस के सामने धरना देने बैठ जाऊंगी।
पुलिस वालों को ड्यूटी पर रखने से पहले शर्त रखनी चाहिए की उन्हें शादी करना सख्त मना है_राधा बड़बड़ाती हुई राकेश को बाहर छोड़ने आई।
राकेश मुस्कुराता हुआ ,गाड़ी स्टार्ट करके चला गया ,और राधा धूल उड़ाती हुई गाड़ी पर उसे बैठा जाते देखती रही।
तब तक मिसेज यादव घर से बाहर अपने पति को विदा करने निकली।राधा को गुमशुम देख बोल पड़ी _क्या हुआ राधा बहुत उदास हो।
राधा जैसे होश में आई _हां ,दीदी आज भी मुझे ही बच्चों के स्कूल जाना होगा।
अरे मैं कहती तो हूं ,स्कूटी सीख ले, तुम्हें आराम हो जाएगा, और अब तो बच्चों की छुट्टियां शुरू होने वाली होंगी, कहीं जाने का प्रोग्राम बनाया क्या?_मिसेज यादव ने  पूछा।
इस बात ने तो जैसे राधा के घाव हरे कर दिए,वह क्रोध और निराशा के समंदर में जैसे गोते लगाने लगी ,अरे दीदी जब से शादी करके आई हूं, बस इस शहर से उस शहर हर 6 साल में घूम रही हूं।
जब कभी छुट्टी का प्रोग्राम बना तो पता चला अर्जेंट ड्यूटी लग गई छुट्टी कैंसल,पिक्चर तक देखने को तरस गई।
बच्चे जब सो जाते हैं तो थके हारे  देर रात राकेश आते हैं और उनके उठने से पहले ड्यूटी चले जाते हैं,बच्चे अपने पापा को शक्ल भी न भूल जाएं।
सारा घर का काम से लेकर बाहर का काम तक मुझे देखना पड़ता है वो तो आप देख ही रही होंगी।
मिसेज यादव ने सहानुभूति भरी नजर से राधा को देखा _,सही कह रही हो,पुलिस वाले की नौकरी कुत्तों वाली होती है ,तब भी  न जनता में उनकी छवि अच्छी होती है न घर में।
तुम अब खुद को समझा लो ,पति से ज्यादा अपेक्षाएं न रखो ,हम सब मोहल्ले में सखियां हैं ,हमारा ग्रुप ज्वाइन कर लो।कोई दिक्कत होगी तो हम सब हैं,तुम अभी नई आई हो मैं तुम्हारा परिचय कल से करा दूंगी।
अच्छा दीदी ,अभी चलती हूं बच्चों को उठाना है ,उन्हें लेकर स्कूल भी जाना है ,वरना देर हो जायेगी।
ठीक है राधा फिर बाद में मिलते हैं,मिसेज यादव ने कहा।
राधा का मन मिसेज यादव से बात करके हल्का हो गया था।
आज देर रात जब राकेश आए तो राधा ने अच्छे से बात की ,राकेश आश्चर्य में थे ,फिर राधा ने मिसेज यादव से हुई सारी बात बताई।
राकेश ने एक स्कूटी खरीद दी।राधा अब खुश थी किसी  काम के लिए उसे किसी का मुंह नहीं देखना होता था।
समाप्त
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